आकाशे तारकालिंगम,पाताले हाटकेश्वरम ! मृत्युलोके महाकालम,त्रयंम लिंगम नमोस्तुते !!
महाकाल स्तो त्र:
ॐ महाकाल महाकाय महाकाल जगत्पते
महाकाल महायोगिन महाकाल नमोस्तुते
महाकाल महा देव महाकाल महाप्रभो
महाकाल महा रुद्र महाकाल नमोस्तुते
महा का ल महा ज्ञा न महा काल तमोपहन
महाकाल महाकाल महाकाल नमो स्तुते
भवा य च नमस्तुभ्यं शर्वा य च नमो नमः
रुद्रा य च नमस्तुभ्यं पशुना पतये नमः
उग्रा य च नमस्तुभ्यं महा देवा य वै नमः
भी मा य च नमस्तुभ्यं मि शा ना या नमो नमः
ईश्वरा य नमस्तुभ्यं तत्पुरुषा य वै नमः
सघो जा त नमस्तुभ्यं शुक्ल वर्ण नमो नमः
अधः का ल अग्नि रुद्रा य रूद्र रूप आय वै नमः
स्थि तुपति लया ना म च हेतु रूपआय वै नमः
परमेश्वर रूप स्तवं नी ल कंठ नमो स्तुते
पवना य नमतुभ्यम हुता शन नमो स्तुते
सो म रूप नमस्तुभ्यं सूर्य रूप नमो स्तुते
यजमा न नमस्तुभ्यं अका शा या नमो नमः
सर्व रूप नमस्तुभ्यं वि श्व रूप नमो स्तुते
ब्रहम रूप नमस्तुभ्यं वि ष्णु रूप नमो स्तुते
रूद्र रूप नमस्तुभ्यं महा का ल नमो स्तुते
स्था वरा य नमस्तुभ्यं जंघमा य नमो नमः नमः
उभय रूपा भ्या म शा श्वता य नमो नमः
हुं हुंका र नमस्तुभ्यं नि ष्कला य नमो नमः
सचि दा नंद रूपआय महा का ला य ते नमः
प्रसी द में नमो नि त्यं मेघ वर्ण नमो स्तुते
प्रसी द में महेशा न दि ग्वा सा या नमो नमः
ॐ ह्रीं मा या – स्वरूपा य सच्चि दा नंद तेजसे
स्वः सम्पूर्ण मन्त्रा य सो ऽहं हंसा य ते नमः
फल श्रुति :
इत्येवं देव देवस्य मह्का ला सय भैरवी की र्ति तम पूजनं सम्यक सधा का ना म सुखा वहम